'नकारात्मक तथ्यों को सकारात्मक तरीके से मनुष्य के अंदर प्रवेश कराना चाहते हो तो गीता पढ़ो', ऐसा मैंने कहीं पढ़ा है। पर इस सुंदर, सादी, भोली, निश्छल मुस्कान से सजी गीता से मिलिए। यकीन भी होने लगेगा कि गीता वाकई में केवल पढ़ी-सुनी जाए, जरूरी नहीं। हमारे ...
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