प्रमुख वीआईपी दंपति
ऐसे दंपत्ति जिसमे पति-पत्नी दोनों वीआईपी हैं उनकी भी देश में कमी नहीं है। लालू प्रसाद यादव पहले खुद वीआईपी थे फिर उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाकर उन्हें भी वीआईपी बना दिया। पूरी तरह...
View Articleलालकृष्ण आडवाणी की डोर कमला के हाथों में
प्रधानमंत्री रहते हुए भी वाजपेयी प्रायः फोन से कमला से बात करके परिवार का हालचाल लेते रहते थे और उनके हाथ का बना खाना बहुत दिनों से न खा पाने का उलाहना भी देते रहते थे। आडवाणी को उप प्रधानमंत्री बनाने...
View Article'साहेब' घर पर नहीं हैं
'साहेब' शब्द का उच्चारण वह बेहद सहजता से करती हुई अपनी गुलामी को तमगे की तरह स्वीकार कर रही है। वह भी आज के समय में जब दिल्ली जैसे शहर में अधिकांश स्त्रियाँ मित्र की तरह पति का नाम लेते हुए उनके लिए...
View Articleदेश की सफल राजनीतिज्ञ महिलाएँ
जिस तरह पुरुष की कामयाबी के पीछे किसी महिला की साधना होती है उसी तरह कामयाब महिलाओं के पीछे भी पुरुषों का योगदान कम नहीं हैं। देश की कई जानी-मानी वीआईपी महिलाओं के पति भी बिना किसी प्रचार-प्रसार के उसी...
View Articleअहं की लड़ाई में उलझे स्त्री-पुरुष
कल तक कहा जाता था कि स्त्री की रक्षा का संपूर्ण दायित्व पुरूष पर है। 'पुरूष' अर्थात स्वभाव से कठोर व ईरादों से बुलंद तथा 'स्त्री' अर्थात व्यवहार से नम्र व भावनात्मक रूप से कमजोर। बचपन में भी जब भाई-बहन...
View Articleविकलांग जीनत ने जगाई उम्मीद की किरण
जीनत उन्हीं में से एक है जो भले ही शरीर से असक्षम है लेकिन उसके पास बेहतरीन जज्बा और कल्पना का ऐसा संसार है कि जिससे वह फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में बुलंदियाँ छूने की कोशिश में जुटी हुई है। फिलहाल वह...
View Articleफैशन जगत का उभरता सितारा 'मसाबा'
उन्हें फैशन की दुनिया में आए मात्र 3 ही महीने हुए थे और उन्हें मोस्ट प्रॉमिसिंग डिजाइनर का अवॉर्ड मिला तो वे बहुत खुश हुईं, तो यह खुशी उनकी आँखों में भी दिखाई देती है। वे बताती हैं कि चूँकि उनकी माँ...
View Articleराजकुमारी लालित्य कुमारी
अपनी रहस्यमयी दादी महारानी जयपुर गायत्रीदेवी के बारे में वे बताती हैं, 'जब कभी मैं उनके बारे में सोचती हूँ, तब मुझे उनकी शिष्टता, सौंदर्य और उनका पूरा व्यक्तित्व याद आता है। मुझे ऐसा नहीं लगता कि वे...
View Articleसंबल होते हैं मन के रिश्ते
जीवन की तेजी से बदलती परिभाषा और रिश्तों में बढ़ती दूरियाँ, कहीं न कहीं मनुष्य को मनुष्यता से ही दूर करने पर आमादा हैं। इसका खामियाजा सभी भुगत रहे हैं। कहीं टीनएजर्स शराब और सिगरेट जैसी लतों के गुलाम बन...
View Articleवीआईपी पति की मौत के बाद बनी वीआईपी
इंदिरा गाँधी जब तक रहीं तब तक सोनिया घर की बहू बनकर ही रहीं। राजीव की मौत के बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें पार्टी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया लेकिन उसे ठुकराकर सोनिया सात साल तक शोक...
View Articleनम्रता कहो 'बच्चन' नहीं
मैं स्वभाव से बहुत शांत हूँ, इसलिए हर वक्त आसपास की चौकस निगाहें मुझे सुविधाजनक नहीं लगती हैं। हाँ मैं पैदाइशी बच्चन हूँ लेकिन प्रसिद्धि सिर्फ नाम के साथ ही नहीं आती है। हमारे परिवार का इतिहास...
View Articleसुष्मिता की खूबसूरत दुनिया
मातृत्व एक तरह का वादा है अपने बच्चे से, कि चाहे दुनिया इधर की उधर हो जाए लेकिन माँ कभी भी बच्चे का साथ नहीं छोड़ेगी। सुरक्षा और देखभाल का यह बोध मैंने रेने में भी विकसित करने की कोशिश की है और अलीशा...
View Articleतलाशिए ऊर्जा के नए स्रोत
जीवन में हर उम्र की अपनी व्यस्तताएँ, जड़ताएँ, जरूरतें और अभाव होते हैं। इन सबके बीच ऊर्जा, रचनात्मकता और नवीनता हर दौर की माँग है। ऐसे में कुछ ऐसा किया जाए जिससे जीवन में नएपन का संचार तो हो ही, कुछ...
View Articleअंटार्कटिका पर सात बहादुर महिलाएँ
रूसी सॉफ्टवेयर फर्म कैस्परस्काई के प्रायोजकत्व में सात महिलाओं का एक दल अंटार्कटिका पर स्कीइंग करने गया। कॉमनवेल्थ देशों के सदस्यों वाले इस दल में एक भारतीय महिला रीना कौशल धर्मशक्तु भी थीं। रीना ऐसी...
View Articleउड़ान पर महिला वर्चस्व
समय के साथ-साथ या यूँ कह लें कि समय ने जब से साथ दिया तब से 'महिला' ये शब्द विवशता, भेदभाव और अत्याचार जैसी कई लड़ाइयाँ लड़ते हुए इतिहास और भविष्य कि उस पंक्ति में आ खड़ा हुआ है जहाँ से...
View Articleपरिवार का खर्च चलाने में महिलाएँ माहिर
बेशक महिलाएँ ठाट-बाट और कीमती पोशाक की शौकिन होती हैं लेकिन वह घर का खर्चा पुरुषों से ज्यादा बेहतर ढंग से चला सकती हैं। घर के खर्चा-पानी का प्रबंधन महिलाएँ पुरुषों से ज्यादा बेहतर ठंग से कर सकती हैं यह...
View Articleकोरी दिखावटी नहीं ट्रॉफी वाइव्ज
अब वे केवल पति की बाँहों में बाँहें डालकर, किसी पार्टी में महँगी, डिजायनर ड्रेस पहनकर, इंगरेज्जी में गिटर-पिटर करने के लिए ही नहीं हैं बल्कि उनकी अपनी मुकम्मल जगह है। ट्रॉफी वाइव्ज अब सजावट या समाज के...
View Articleये हैं ...अघोषित सेलिब्रिटीज
यह आलेख समर्पित हैं उन महिलाओं को जो कोई सेलेब्रिटी या सार्वजनिक क्षेत्रों की नामी महिला नहीं हैं। न ही अपने क्षेत्र-विशेष से बाहर उन्हें कोई जानता है। किंतु अपने जैसे परिवेश में रहने वाली महिलाओं के...
View Articleअस्मा अब आसमान छूती है!
वाकई बड़ी तबीयत की जरूरत पड़ती है अगर सुराख आसमान में करना हो तो। महज उन्नीस साल की अस्मा परवीन से पूछिए कि उसने ये पत्थर कितनी तबीयत से उछाला था, जो यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड (संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या...
View Article'हॉटी' के खोल में सिमटी महिलाएँ
हिंदी फिल्मों में नायिकाओं के लिए विशेष रोल्स का होना बहुत ही मुश्किल है। यहाँ 40 साल का नायक भी 20 साल की नायिका के साथ रोमांस करता नजर आ सकता है, लेकिन 25 की नायिका अगर शादी करके घर बसा ले तो उसका...
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